चीन ने नए प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के निर्माण में सार्थक खोज की है: नेपाल के पूर्व विदेश मंत्री

चीन ने नए प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के निर्माण में सार्थक खोज की है: नेपाल के पूर्व विदेश मंत्री

इस वर्ष नए चीन की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों की आधिकारिक घोषणा की 70वीं वर्षगांठ है। हाल ही में, चाइना मीडिया ग्रुप की साक्षात्कार टीम ने नेपाल जाकर नेपाल के पूर्व विदेश मंत्री और चीन में स्थित नेपाल के पूर्व राजदूत महेंद्र बहादुर पांडे के साथ एक विशेष साक्षात्कार किया।

चीन और नेपाल प्राचीन काल से ही मित्रवत पड़ोसी देश रहे हैं। पांडे ने कहा कि नेपाल और चीन न केवल भौगोलिक पड़ोसी हैं, बल्कि मित्र भी हैं। उन्होंने कहा कि चीन न केवल नेपाल, बल्कि दुनिया के अन्य देशों के साथ आदान-प्रदान करते समय हमेशा शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों की वकालत और उनका पालन करता है। आज की दुनिया में जहां अंतर्राष्ट्रीय स्थिति जटिल और लगातार बदलती रहती है और वैश्विक मुद्दे लगातार उभर रहे हैं, 70 साल पहले आधिकारिक तौर पर घोषित शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों का अभी तक विशेष व्यावहारिक महत्व है।

चीन द्वारा प्रस्तावित मानव जाति के साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण की अवधारणा के संबंध में, पांडे का मानना है कि शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों से लेकर मानव जाति के साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण तक, चीन ने एक नए प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के निर्माण को बढ़ावा देने में बहुत सार्थक खोज की है। चीन दुनिया के उन देशों में से एक है जो अत्यधिक गरीबी को खत्म कर सकता है और स्वतंत्रता, समानता, औसत आयु आदि संकेतक सुनिश्चित करना जारी रख सकता है। इसका मतलब यह है कि चीन में बुनियादी मानवाधिकारों की रक्षा और विकास किया जाता है।

CRI

facebook
Twitter
Follow
Pinterest

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *