छह वर्षों के निर्माण के बाद, बांग्लादेश में एक चीनी उद्यम द्वारा निर्मित पद्मा ब्रिज रेलवे कनेक्शन परियोजना को यातायात के लिए पूरी तरह से खोल दिया गया और 24 दिसंबर को आधिकारिक तौर पर परिचालन में लाया गया।
बता दें कि यह परियोजना बांग्लादेश में अब तक की सबसे बड़ी रेलवे परियोजना है, जिसकी कुल लंबाई लगभग 170 किलोमीटर है। यह बांग्लादेश की राजधानी ढाका से शुरू होती है, पद्मा ब्रिज को पार करती है और दक्षिण-पश्चिमी बांग्लादेश के जेस्सोर शहर से जुड़ती है। पद्मा ब्रिज रेलवे एक यात्री और माल ढुलाई रेलवे है, जिसकी डिज़ाइन गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा है।
स्थानीय लोगों द्वारा “ड्रीम रोड” कहा जाने वाला यह रेलवे दक्षिणी बांग्लादेश के 20 से अधिक जिलों को राजधानी ढाका से जोड़ता है, जिससे ढाका से जेस्सोर तक परिवहन का समय 10 घंटे से घटकर 2 घंटे से भी कम हो गया है, और इस देश के परिवहन और आर्थिक विकास को काफी बढ़ावा मिला है।
बताया गया है कि है कि रेलवे के आधिकारिक तौर पर परिचालन में आने के बाद, इससे 8 करोड़ लोगों को सीधे लाभ होने और बांग्लादेश की आर्थिक वृद्धि को 1.5 प्रतिशत अंक तक बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
बांग्लादेशी रेल मंत्रालय के प्रभारी का कहना है कि रेलवे का वाणिज्यिक संचालन न केवल एक नई लाइन के उद्घाटन का प्रतीक है, बल्कि बांग्लादेश के रेलवे विकास के इतिहास में एक नया अध्याय भी खोलता है।
बांग्लादेश में चीनी राजदूत याओ वन ने कहा कि पद्मा ब्रिज रेलवे कनेक्शन लाइन चीन-बांग्लादेश आर्थिक और व्यापारिक सहयोग का एक मॉडल है। अगले वर्ष दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ होगी। चीन बांग्लादेश के विकास के लिए यथा संभव समर्थन प्रदान करना और हाथ मिलाकर रेलवे जैसे बुनियादी ढांचे के निर्माण क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है।
(CRI)