एक राष्ट्र की स्थापना उसके लोगों पर होती है

एक राष्ट्र की स्थापना उसके लोगों पर होती है

प्राचीन चीन के प्रसिद्ध विचारक जू शी एक अधिकारी के रूप में हमेशा आम लोगों की परवाह करते थे। उसकी अवधारणा “एक राष्ट्र उसके लोगों पर आधारित है और एक राष्ट्र की स्थापना उसके लोगों पर होती है” ने समय और स्थान के माध्यम से यात्रा की है और प्राचीन व आधुनिक चीन के शासन के संदर्भ में गहराई से अंकित है। यह अवधारणा “बेहतर जीवन के लिए लोगों की चाहत ही हमारा लक्ष्य है” मौजूदा मूल्य अनुसरण के अनुरूप है, जो वर्तमान में चीन में जन-उन्मुख सोच की मजबूत जीवन शक्ति को प्रदर्शित करती है।

 

तुर्किये के सिनोलॉजिस्ट प्रोफेसर गिरय फ़िदान एक अनूठे दृष्टिकोण से एक नई यात्रा शुरू करेंगे। आइए प्रोफेसर गिरय फ़िदान के साथ हम समकालीन चीन में नये युग में इस अवधारण की रोशनी को महसूस करें।

 

(CRI)

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