ब्रिटेन के व्यापार एवं वाणिज्य विभाग ने 16 फरवरी को इस्पात उद्योग विकास योजना की घोषणा की तथा योजना पर जनता की राय मांगी। इस योजना का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ब्रिटेन का इस्पात उद्योग वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना रहे तथा अमेरिकी इस्पात और एल्युमीनियम टैरिफ द्वारा उत्पन्न चुनौतियों का सामना कर सके।
इस योजना के अनुसार, ब्रिटिश सरकार स्थानीय इस्पात उद्योग के विकास को समर्थन देने के लिए 2.5 बिलियन पाउंड का निवेश करेगी और घरेलू बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को स्थानीय इस्पात के उपयोग को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित करेगी। इसके अलावा, यह योजना इस्पात उत्पादकों को अत्यधिक प्रदूषणकारी ब्लास्ट फर्नेस से इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस पर स्विच करने, स्क्रैप स्टील रीसाइक्लिंग को मजबूत करने, कार्बन उत्सर्जन को कम करने और हरित परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए मार्गदर्शन करेगी।
ब्रिटिश व्यापार एवं व्यापार मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने कहा कि ब्रिटेन का इस्पात विनिर्माण उद्योग न केवल बड़ी संख्या में रोजगार सृजित करता है, बल्कि उत्पाद नवाचार और विदेशी व्यापार को भी बढ़ावा देता है तथा ब्रिटेन के विनिर्माण आधार को मज़बूत करता है। यह अनुमान लगाया गया है कि अकेले अपतटीय पवन ऊर्जा उद्योग 2050 तक 25 मिलियन टन इस्पात की खपत करेगा, और यह मांग ब्रिटिश इस्पात कंपनियों के लिए 21 बिलियन पाउंड का बाजार स्थान लाएगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 10 तारीख को एक दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किए, जिसमें सभी अमेरिकी आयातित स्टील और एल्युमीनियम पर 25% टैरिफ की घोषणा की गई।
(CRI)