24 फरवरी को रूस-यूक्रेन संघर्ष के तीन साल पूरे होने के मौके पर, संयुक्त राष्ट्र की दो प्रमुख संस्थाएं- संयुक्त राष्ट्र महासभा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद- यूक्रेन के हालात पर चर्चा के लिए अलग-अलग बैठकें करेंगी।
न्यूयॉर्क के समयानुसार 24 फरवरी को सुबह 10 बजे (भारतीय समय के अनुसार, उस दिन शाम के साढ़े 8 बजे) यूक्रेन मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र महासभा अपना 11वां आपातकालीन सत्र फिर से शुरू करेगी। इसमें एक मसौदा प्रस्ताव पर वोटिंग की जाएगी। वहीं, उसी दिन दोपहर 3 बजे यानी भारतीय समय के अनुसार, उस दिन की गहरी रात डेढ़ बजे, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यूक्रेन पर अलग से चर्चा करेगी।
हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमेरिका और यूरोपीय संघ के अलग-अलग मसौदा प्रस्तावों पर वोटिंग की जाएगी। हंगरी अमेरिका के मसौदा प्रस्ताव का समर्थन करेगा क्योंकि उनका मानना है कि पिछले तीन सालों में यूरोप के नेताओं ने इस संघर्ष को बढ़ावा दिया है।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने यूक्रेन से कहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस को दोषी ठहराने वाले अपने मसौदा प्रस्ताव को वापस ले और अमेरिका द्वारा तैयार मसौदा पेश करे। अमेरिकी मसौदा सीधे तौर पर रूस की निंदा नहीं करता है। साथ ही, यूरोपीय मसौदा प्रस्ताव की विशिष्ट सामग्री अभी भी स्पष्ट नहीं है।
(CRI)