चीनी राज्य परिषद की शुल्क नियम समिति ने 11 अप्रैल को विज्ञप्ति जारी कर कहा कि अमेरिकी सरकार ने 10 अप्रैल को चीन पर 125 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की। यह एकतरफा प्रभुत्ववादी कार्रवाई है। चीन 12 अप्रैल से सभी आयातित अमेरिकी वस्तुओं पर 125 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाएगा।
विज्ञप्ति में कहा गया कि वर्तमान शुल्क स्तर के तहत अमेरिका से आयातित वस्तुओं को चीनी बाजार में स्वीकार करने की संभावना नहीं है। अगर अमेरिका बाद में चीनी वस्तुओं पर अतिरिक्त शुल्क की उन्नति जारी करे, तो चीन उसकी उपेक्षा करेगा।
शुल्क युद्ध व व्यापार युद्ध में विजेता नहीः चीनी विदेश मंत्रालय
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन ने 11 अप्रैल को हुई नियमित प्रेस वार्ता में बल दिया कि शुल्क युद्ध और व्यापार युद्ध में विजेता नहीं है ।चीन नहीं लड़ना चाहता ,लेकिन लड़ने से नहीं डरता ।
प्रेस वार्ता में किसी संवाददाता ने पूछा कि ह्वाइट हाउस ने चीन से आयातित वस्तुओं पर 145 प्रतिशत टैरिफ लगाने की पुष्टि की है ।
इस सवाल के जवाब में लिन च्येन ने कहा कि अगर अमेरिका सचमुच वार्ता से सवाल हलना चाहता है ,तो उसे अधिकतम दबाव डालना और मनमानी करना बंद करना चाहिए ।किसी भी वार्ता को समानता ,सम्मान और पारस्परिक लाभ पर आधारित होना चाहिए ।
चीन एक जिम्मेदार देश है ।अमेरिकी प्रभुत्ववादी काररवाई के प्रति हम ने जवाबी नियंत्रण की काररवाई की है ।वह एक तरफ अपने वैध अधिकारों व हितों की सुरक्षा करता है ,दूसरी तरह अंतरराष्ट्रीय नियमों व व्यवस्था की सुरक्षा करता है ।विश्व के विभिन्न देशों के समान हितों और अंतरराष्ट्रीय न्याय व निष्पक्षता की सुरक्षा के लिए अमेरिका के प्रभुत्ववाद के सामने हटने का कोई रास्ता नहीं है । CRI