चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 28 जुलाई को चीन के थ्येनचिन शहर में अफगान तालिबान की राजनीतिक समिति के प्रमुख अब्दुल गनी बरादर आदि नेताओं से मुलाकात की।

वांग यी ने कहा कि चीन अफगानिस्तान का सबसे बड़ा पड़ोसी देश है और हमेशा अफगानिस्तान की संप्रभु स्वतंत्रता और प्रादेशिक अखंडता का सम्मान करता है, हमेशा अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों में गैर-हस्तक्षेप का पालन करता है, और हमेशा सभी अफगान नागरिकों के उन्मुख मैत्रीपूर्ण नीति अपनाता है। अफगानिस्तान अफगान नागरिकों का है, और अफगानिस्तान का भविष्य और भाग्य अफगान लोगों के हाथों में होना चाहिए। अमेरिका और नाटो की सेना जल्दबाजी में अफगानिस्तान से हट चुकी हैं, जो वास्तव में अफगानिस्तान के प्रति अमेरिकी नीतियों की विफलता का द्योतक है। और अफगान नागरिकों के पास अपने देश को स्थिर और विकसित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।

वांग यी ने कहा कि अफगान तालिबान अफगानिस्तान में एक महत्वपूर्ण सैन्य और राजनीतिक शक्ति है, जिसके अफगानिस्तान की शांति, सुलह और पुनर्निर्माण प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की संभावना है। आशा है कि अफगान तालिबान देश और राष्ट्र के हितों को सबसे महत्वपूर्ण मानते हुए शांति वार्ता का झंडा बुलंद करेगा, शांति लक्ष्य स्थापित करेगा, सकारात्मक छवि स्थापित करेगा और समावेशी नीति का अनुसरण करेगा। अफगानिस्तान के सभी समुदायों और जातियों को एकजुट होकर अफगान शांति और सुलह प्रक्रिया को जल्द से जल्द वास्तविक परिणाम प्राप्त करने के लिए बढ़ावा देना चाहिए, और स्वतंत्र रूप से अफगानिस्तान की अपनी राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुकूल एक व्यापक और समावेशी राजनीतिक संरचना स्थापित करनी चाहिए।

बरादर ने चीन की यात्रा करने का अवसर देने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि चीन हमेशा अफगान लोगों का भरोसेमंद और अच्छा दोस्त रहा है और अफगानिस्तान की शांति और उन्होंने सुलह प्रक्रिया में चीन की निष्पक्ष और सकारात्मक भूमिका की सराहना की। अफगान तालिबान विभिन्न पक्षों के साथ अफगानिस्तान में व्यापक और समावेशी राजनीतिक संरचना स्थापित करने, महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने को तैयार है। तालिबान अफगानिस्तान में किसी भी ताकत को चीन को खतरे में डालने वाले काम करने की इजाजत नहीं देगा। अफगान तालिबान का मानना ​​है कि अफगानिस्तान को पड़ोसी देशों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित करने चाहिए। और आशा है कि अफगान शांति पुनर्निर्माण प्रक्रिया में चीन और अधिक सक्रियता से भाग लेगा और भविष्य में अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास में बड़ी भूमिका निभाएगा।

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